Short Moral Stories For Kids एक रोचक और ज्ञानवर्धक कथा है। यह छोटी सी कहानी कई सांस्कृतिक और आकर्षक पात्रों के साथ में बनी है जो बेहतर सीख एवं संदेश के साथ एक मोहक कहानी प्रस्तुत करती है।
Short Moral Stories For Kids जैसी दिल छू लेने वाली कहानी सभी उम्र के पाठकों को शिक्षित करने , उन्हें प्रेरणा देने और उनमें अच्छे-अच्छे संस्कार पैदा करने में यह काफी सहयोग भी करती हैं।
इसके अलावा नींद वाली कहानी भी हमारी एक महत्वपूर्ण कहानी संग्रह हैं , जो बच्चों की बेहतर परवरिश और उन्हें अपने सपनों की निराली दुनिया में ले जाकर उनको संतुष्टि प्रदान करतीं हैं । ये कहानी रात के वक्त बच्चों को सुलाने के लिए सुनाई जाती हैं ताकि कहानी सुनकर बच्चे सो जाएँ और कहानी का नायक उनके सपनों में चमत्कारिक रूप से जीवित होकर उनकों रोमांच के साथ जीवन का जरुरी पाठ भी सिखाती रहे ।
आजकल Short Moral Stories For Kids जैसी कहानियां ऑनलाइन काफी संख्या में उपलब्ध भी हैं।
Contents
मूर्ख गधा की कहानी :Short Moral Stories For Kids
एक गांव में एक व्यापारी रहता था। उसका काम थोक में नमक खरीद कर उसे एक बोरे में भरकर शहर में बेचने का अपना पुश्तैनी और पुराना काम – धंधा था। उसके पास एक गधा भी था। व्यापारी नमक के बोरे को गधे की पीठ पर लाद कर शहर स्थित एक किराना दुकान तक ले जाता था और दुकानदार को नमक बेचकर पैसे एवं मुनाफा कमाता था।
धीरे-धीरे उसके गधे को शहर तक जाने के सभी रास्ते और उस दुकान की पूरी जानकारी अच्छी तरह से हो गयी थी । अब गधा यह बात एकदम से यह जान चूका था कि नमक के बोरे को किस दुकान तक लेकर जाना है। अब व्यापारी रोज नमक के बोरे को गधे के पीठ पर अच्छी तरह से लाद देता था और फिर गधा चुपचाप बोरे को लेकर नदी पार कर उसे लेकर शहर लेकर चला जाता और फिर उस दुकान तक पहुंचाकर फिर से गधा वापस नदी पार कर अपने घर आ जाता था।
एक बार की बात है , गधा अपनी पीठ पर नमक का बोरा लाद कर रास्ते में पड़ने वाली नदी पार कर शहर की ओर जा रहा था। रास्ते में नदी पार करते समय वह किसी तरह फिसल कर नदी के पानी में गिर गया। परन्तु थोड़ी देर के बाद गधा पानी से बाहर निकल आया। नदी से बाहर निकलने पर गधे को यह एहसास हुआ कि उसके बोरे का वजन थोड़ा हल्का हो गया है।
अगले दिन गधा फिर से अपनी पीठ पर नमक का बोरा लाद कर शहर की ओर जा रहा था। उसने सोचा कि पानी में गिरने के कारण नमक के बोरे का वजन काफी हल्का हो गया था , यह सोचकर वह आज भी पानी में डुबकी लगाने का सोचा। पानी में डुबकी लगाकर गधा थोड़े देर के बाद पानी से बाहर निकल आया तो गधे को फिर से अनुभव हुआ कि उसके बोरे का वजन पहले से बहुत कम हो गया है।
अब गधा प्रतिदिन रास्ते में नदी के पानी में डुबकी लगाकर नमक के बोरे का वजन कम कर देता था और उसे शहर ले जाकर सेठ की दुकान पर पहुंचा आता था। अब शहर वाले उस किराना दुकानदार ने नमक के व्यापारी से यह शिकायत करनी शुरू कर दी थी कि नमक के बोरे में नमक की मात्रा काफी कम रहती है तथा नमक गिला भी रहता है। , गांव वाला थोक नमक का व्यापारी कुछ समझ नहीं पा रहा था कि ऐसा आखिर कैसे हो रहा है ?
एक दिन वह नमक के बोरे को गधे पर लाद कर शहर के लिए रवाना कर दिया और छुपकर गधे के पीछे-पीछे वह भी शहर की ओर चल दिया । नदी के पास पहुंचकर वह देखता है कि गधा पानी में डुबकी लगाने लगा और पानी में भींगने के कारण नमक के बोरे का वजन काफी कम हो गया था ।
पानी में नमक पूरी तरह से पिघल गया था। गधे का मालिक अब सारा माजरा अच्छी तरह समझ गया। अब गधे के मालिक ने अपने गधे को सबक सिखाने के लिए सोच लिया था । अगले दिन गधे की पीठ पर रुई से भरे बोरे को रखकर शहर के लिए रवाना कर दिया। गधे को अपने रास्ते में फिर से नदी मिल गई थी और उसने फिर वही तरकीब अपनाई।
उसने पानी में डुबकी लगायी और डुबकी लगाने के कुछ देर के बाद वह पानी से बाहर निकलना चाहा , लेकिन यह क्या ? उसके पीठ पर लदे हुए सामान का वजन पहले से बहुत ज्यादा भारी हो गया था। अब तो गधे को उसकी नानी याद आने लगी । गधा अब सोच रहा था कि इस बार पीठ पर लदा वजन हल्का होने के बजाय इतना भारी कैसे हो गया ? गधा किसी प्रकार जोर -आजमाइश करके पानी से बाहर तो आ गया परन्तु नदी किनारे ही जमीन पर औंधे मुँह गिर पड़ा ।
उस दिन गधे को एक अच्छा सा सबक मिल चुका था। अगले दिन से गधे ने पानी में डुबकी लगाना बिलकुल ही बंद कर दिया था ।
Frequently asked questions
गधे को मुर्ख क्यों कहा जाता है ?
गधा ईमानदार और काफी मेहनती होता है। गधे को चालाकी बिलकुल नहीं आती है। उसे जिस भी काम में लगा दिया जाता है वह उस काम को करता रहता है। वह मर खाने के बाद भी अपना काम करता रहता है। वह अपने बारे में कुछ नहीं सोचता और शायद इस कारण से ही वह गधा कहलाता है।
गधे का दूसरा नाम क्या है ?
नर गधे को जैकस के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है।
conclusion
Hello, our readers, we have provided you the best stories in Hindi for kids ( Short Moral Stories For Kids ) in with morals and along with pictures also . We are coming with much and more unique and moral stories to you. I just hope , you liked our collection of Hindi kahaniyan as these are the Short Moral Stories For Kids.
इसे भी पढ़ें :-
मेहनती हिरण : संकट में संघर्ष की कहानी
share to help