linteresting kahani in hindi :- दिल तक पहुँचने वाली काफी दिलचस्प कहानी है। यह कहानी पाठकों को सही शिक्षा देने , और उनमें अच्छे संस्कार पैदा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस तरह की छोटी कहानी इन हिंदी पाठकों के लिए काफी उपयोगी है साथ ही यह Interesting Story in Hindi भी है।
इसके अलावा मेरी अन्य कहानियां भी एक महत्वपूर्ण कहानी संग्रह हैं , वो कहानियां बच्चों की बेहतर परवरिश और उन्हें सपनों की निराली दुनिया में ले जाकर उनका भरपूर मनोरंजन करतीं हैं । ये कहानी रात के वक्त बच्चों को सुलाने के लिए सुनाई जाती हैं। कहानी सुनते – सुनते बच्चे सो जातें हैं और कहानी का नायक- खलनायक उनके सपनों में जीवित होकर उनकों जीवन का जरुरी पाठ पढ़ाता है ।
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शिकारी और कोयल की कहानी : interesting kahani in hindi
Interesting Kahani in hindi- सुल्तानपुर जंगल में एक कोयल चिड़िया रहती थी जो बहुत मीठा गाना गाती थी। कोयल चिड़िया गाना गाते हुए कहती थी ”गाती हूँ सुंदर मीठा मीठा गाना, तुम सुनकर मेरे पास जरूर आना, आ जाना। उसकी आवाज बहुत दूर-दूर तक जंगल में सब ओर सुनाई दे रही थी। तभी उसकी आवाज सुनकर एक जादूगर वहां आता है और उससे कहता है ‘ कू -कू कोयल , तुम्हारे गाने की आवाज तो काफी मीठी है, यह तो बिल्कुल सोना की तरह है। कीमती सोना। तभी जादूगर कुछ मंत्र बोलता है और फिर कोयल से कहता है, मैंने मंत्र से तुमको एक विशेष कोयल बना दिया है।
तुम आज से जब भी कोई गाना गाओगी , गाते समय अगर तुम्हारे मुंह से एक भी बूंद पानी अगर जमीन पर गिर गई तो वह पानी की बूंद एकदम खरा सोना में बदल जाएगा। लेकिन तुम्हें हमेशा एक बात का ख्याल रखना होगा कि तुम कभी ऐसे लोगों के सामने मत गाना जो तुमको किसी तरह से नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। ऐसा बोलकर जादूगर फिर वहां से आगे चल जाता है और कु-कू कोयल फिर से अपना गाना -गाना शुरू कर देती है।
इसी बीच वहां एक लोमड़ी आ जाती है और तभी कोयल के मुँह से पानी की एक बूंद जमीन पर गिरता है ,पानी गिरते ही खरा सोना में बदल जाता है। लोमड़ी अपने सामने जमीन पर सोना देखकर बहुत खुश हो जाती है। तुरंत ही सोना को अपने हाथों से उठा लेती हैं। सोना लेकर वह दौड़कर अपने घर की ओर चली जाती है।
इधर कू -कू कोयल अपना गाना गाती रहती है। तभी थोड़ी देर के बाद एक शिकारी वहां आता है। शिकारी उस पेड़ के नीचे बैठकर उस कोयल का गाना सुन रहा होता है। कोयल अपना गाना गा ही रही थी कि फिर से उसके मुँह से पानी की एक बूंद नीचे जमीन पर गिरता है, पानी गिरते ही एकदम सोना में बदल जाता है। शिकारी अपने सामने इस तरह से सोना गिरता देखकर काफी खुश हो जाता है।
वह जमीन पर से सोना को अपने हाथ में उठा लेता है। फिर शिकारी यह देखता है कि ऊपर की ओर से एक बूंद गिरी जो सोने में बदल जा रही है। शिकारी फिर खुश होता है उस सोने को भी अपने पास रख लेता है। इसी तरह से कई बुँदे ऊपर से नीचे गिरती रहती है और वह सोने में बदलती रहती है। शिकारी कभी अपने मन में सोचता है कि शायद आसमां से भगवान ने सोने की बारिश की है। यह सोचते हुए ही वह एक-एक कर जमीन पर गिरा हुआ सोना उठाता जाता है।
तभी ऐसा होता है कि शिकारी की नजर गाना गा रहे कु-कू कोयल की ओर जाती है और देखता है कि पानी के बुँदे कोयल के चोंच से नीचे जमीन पर गिर रही है और जमीन पर गिरने के बाद वह सोना में बदल जा रही है। अब शिकारी किसी तरह से उस कोयल को पकड़ने के बारे में सोचना शुरू कर देता है क्योंकि इस कोयल को पकड़कर वह काफी अमीर बन सकता है।
इधर कोयल गाना गाने में इतना मशगूल हो जाती है कि उसे इस बात का थोड़ा सा भी ख्याल नहीं रहता है कि उसके आसपास कौन-कौन लोग हैं, फिर शिकारी बहुत धीरे से कोयल के पीछे जाकर अपना जाल को कोयल के ऊपर फेंकता है और उसे अपने जाल में पकड़ लेता है। जाल में फंसते ही कोयल को होश आता है, वह अपने मन में कहती है कि अरे , यह मै यह क्या कर बैठी।
जादूगर ने कहा था मुझे की अपने आसपास के ऐसे लोगों से बचकर रहना चाहिए जो तुम्हें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। कोयल की अपनी लापरवाही के कारण में वह शिकारी के जाल में फंस गयी है। शिकारी कोयल को अपने जाल में पकड़े हुए यह सोचता है कि क्यों नहीं इस कोयल को अपने राजा को दे दूं, राजा बहुत खुश हो जाएगा और मैं इनाम के बदले राजा के राजमहल में रहने की इजाजत मांग लूंगा।
फिर उसके बाद पूरी जिंदगी आराम से कट जाएगी। शिकारी यह सोचकर राजा के पास उसके महल में पहुंचता है, और राजा को सारी बात बताता है। राजा कोयल को देखता है और कोयल को लेने के बाद शिकारी को अपने राजमहल के एक हिस्से में उसे रहने की इजाजत दे देता है।
तभी थोड़ी देर के बाद वहां पर राजा का मंत्री आ जाता है। साडी बातों को जानकर वह राजा से बोलता है कि ‘महाराज यह शिकारी झूठ बोल रहा है, हमने कभी नहीं सुना है या देखा है कि किसी चिड़िया के मुंह से पानी गिरकर वह सोने में बदल जाए। मंत्री की बात राजा को अच्छी लगी। वह राजा शिकारी से कहता है की ‘ सुनो पहले मुझे सोना दिखाओ और मेरे सामने कोयल के मुंह से पानी और सोना निकाल कर दिखाओ, मैं भी तो देखूं की कोयल के मुंह से निकला हुआ पानी कैसे सोना में बदल जाता है।
राजा की बात सुनकर शिकारी उस कोयल से गाना गाने के लिए विनती करता है, लेकिन कोयल अब कोई गलती नहीं करना चाहती है। इसलिए वह अपना मुंह ही नहीं खोलती है। शिकारी के काफी विनती करने पर भीं कोयल गाना नहीं गाती और अपना मुंह भी नहीं खोलती। यह देखकर राजा को काफी गुस्सा आने लगता है। वह अपने सिपाहियों से कोयल को शिकारी की जाल से मुक्त करवा देता है।
राजा अपने सिपाहियों को उस शिकारी को गिरफ्तार करने का आदेश देता है। जाल से निकलते ही कोयल आसमान में उड़कर फिर से अपना गाना गाने लगती है। ” हूँ मैं कोयल , गाती हूं मीठा-मीठा सुंदर सा गाना ,जिसको सुनकर तुम सभी लोग मेरे नजदीक आना।” फिर उसके मुंह से पानी की एक बूंद जमीन पर गिरता है और वह खरा सोना में बदल जाता है।
राजा यह सारा नजारा देखता ही रह जाता है। वह अपने सिपाहियों से उसके कोयल को किसी तरह से पकड़ने के लिए बोलता है,लेकिन इस बार कोयल कोई भी गलती नहीं करना चाहती है। वह ऊँचा उड़ते हुए अपने पुराने घर वाले उस घने जंगल में पहुंच जाती हैं। यही है Interesting Kahani in hindi with moral
शिक्षा : – इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें हमेशा अपने बड़ों की बात हमेशा माननी चाहिए ,साथ ही हमें हमेशा सावधान और सतर्क भी रहना चाहिए।
खरगोश की परेशानी: Interesting Kahani in hindi
Interesting Kahani in hindi:-इस बार काफी ठंड पड़ रही थी। जंगल के सारे जानवर ठंड से काफी परेशान थे। कोयल,कौवा ,गधा ,बंदर, लोमड़ी सब बस अपना घर ठीक-ठाक कर रहे थे ताकि ठंड के मौसम में उसका घर गर्म बना रहे और कहीं से भी ठंडी हवा उसके घर में नहीं घूंस पाए। एक दिन चीकू खरगोश का घर भी बनाकर एकदम तैयार हो जाता है। वह खुशी-खुशी उस घर में रहने लगता है।
तभी एक दिन लोमड़ी वहां पहुंचती है और काफी दुखी मन से खरगोश को कहती है कि अरे , खरगोश तुम तो काफी समझदार जानवर हो. ठंड से बचने के लिए तुम्हें कितना अच्छा सा घर बनाया है। अब मैं क्या बताऊं , इस ठंड में मुझझे तो चाह कर भी अपना घर नहीं बन पा रहा है। उसने खरगोश से विनती किया कि क्या इस ठंड के मौसम में कुछ दिनों के लिए तुम मुझे अपने घर में अपने साथ रख सकते हो।
बदले में मैं तुम्हें बढ़िया-बढ़िया खाना बना कर अपने हाथों से खिलाऊंगी। चीकू खरगोश उसके बात मान लेता है और उस लोमड़ी को अपने घर में रहने के लिए जगह दे देता है। पहले तो लोमड़ी कुछ दिन उसके घर में ठीक-ठाक से रहती है ,फिर एक दिन उसकी चालाकी सामने आती है। लोमड़ी सोचती है कि ,” क्यों न खरगोश को इस घर से खरगोश को निकाल दूँ। इतनी ठंड में उसके लिए मुझे खाना भी तो बनाना पड़ता है।
बस यही सब सोचते हुए खरगोश को उसके घर से बाहर निकाल देती है। खरगोश लोमड़ी से खूब विनती करता है। दीदी, इतनी ठंड में मैं कहां जाऊंगा बताओ ? लेकिन फिर भी लोमड़ी उसकी बात नहीं सुनती है। एकदम दुखी होकर खरगोश को अपने घर से बाहर ठण्ड में निकलना ही पड़ता है।
खरगोश काले बंदर के नजदीक उसके घर के पास जाता है और उस लोमड़ी के बारे में सारी बात बताता है। और उसे कहता है कि उसके साथ चले और चंपा लोमड़ी को उसके घर से बाहर निकाले। चीकू खरगोश को लेकर बंदर उसे चंपा लोमड़ी के पास पहुंचता है। बंदर उस लोमड़ी पर गुस्सा करते हुए तुरंत लोमड़ी को चीकू खरगोश के घर से बाहर निकलने को कहता है।
तभी चंपा लोमड़ी बंदर को धीरे से अपने पास बुलाकर उसके कान में कुछ कहती है कि ‘अरे बेवकूफ बंदर तुम अगर यहां चाहो तो रह सकते हो। क्या घर इतना गर्म है कि इस ठंड के मौसम में काफी आराम से रहा जा सकता है। बंदर लोमड़ी की बात मान लेता है और वह लोमड़ी के साथ रहना शुरू कर देता है। फिर दोनों मिलकर चीकू खरगोश को उस घर से निकलने के लिए कह देतें है।
अब चीकू खरगोश कौवे के पास जाता है और उसे सारी बात बताता है। बंदर की तरह ब्लैक कौवा भी लोमड़ी के पास जाता है और लोमड़ी की बातों में आकर उसी घर में रहने लगता है और चीकू खरगोश को फिर से अपने घर से बाहर निकलने के लिए बोल दिया जाता है।
अब बंदर के साथ-साथ कौवा भी लोमड़ी के साथ चीकू खरगोश के उस घर में रहने लगता है और चीकू बाहर ठंड में इधर-उधर घूमता रहता है। यह सब देखकर खरगोश को कुछ समझ नहीं आ रहा था। वह सोच रहा था कि जिसको भी लेकर आ रहा हूं वह सब चंपा लोमड़ी के साथ इसके घर में रहने लग जा रहे हैं।
यह सब देखकर चीकू खरगोश को समझ में नहीं आ रहा है वह सोचता है कि जिसको भी लेकर आ रहा हूं वह चंपा के साथ उसके घर में रहने लग जा रहा है, तभी चीकू खरगोश को हाथी का ख्याल आता है। क्योंकि पूरे जंगल में अगर कोई ईमानदार और समझदार जानवर है तो वह गज्जी हाथी ही है। यह सब सोंचते हुए चीकू खरगोश उस ठंड में अपने आप बीती हाथी को बताता है।
अंदर ही अंदर खरगोश की इस बात को लेकर डरते रहता है कि कहीं ऐसा ना हो कि बंदर, कौवे और लोमड़ी की तरह गज्जी हाथी भी चंपा लोमड़ी की बात में आ जाए और उसके साथ उसके घर में रहने लग जाये। ऐसा सोच ही रहा था तभी उसे चंपा लोमड़ी की आवाज सुनाइ पड़ी।
चंपा लोमड़ी उस हाथी को कह रही थी की इधर आओ ,’तुम चाहो तो मेरे इस घर में रह सकते हो। मेरा घर काफी गर्म है और मैं अभी-अभी गाजर का गाजर का हलवा भी बनाया है। अब आओ अंदर और मैं तुमको गाजर का हलवा खिलाती हूँ। फिर जैसे ही गज्जी हाथी चीकू खरगोश के घर के अंदर जाने का प्रयास करता है तो वह घर टूट जाता है।
टूटे हुए घर से तुरंत ही लोमड़ी, कौवा और बंदर बाहर निकलते हैं और चिल्लाने लगते हैं यह तुमने क्या किया इस ठण्ड में तुमने हमारे घर को तोड़ दिया अब इस ठंड में हम सब कहां जाएंगे? यह घर इतना गर्म था कि यहाँ ठंड बिल्कुल ही नहीं लगता था। तभी गज्जी हाथियों उन लोगों को कहता है क्यों, इस ठंड में यह घर सिर्फ तुम्हारे लिए है चीकू खरगोश के लिए नहीं है ?
तुम सबने चीकू खरगोश का घर पर कब्जा कर लिया है। हाथी ने कहा कि चलो चीकू खरगोश जब तक तुम अपना नया घर नहीं बना लेते हो तब तक तुम मेरे साथ मेरे बड़े से घर में रह सकते हैं और चीकू इस बात का भी ख्याल रखना अब से किसी की बातों में न आकर अपना अच्छा -बुरा वक्त सोच लेना और अपने विवेक से निर्णय करना। This is Interesting Kahani in hindi for student
शिक्षा:- हमें कभी भी किसी के साथ बुरा नहीं करनी चाहिए क्योंकि बुरे काम का परिणाम अक्सर काफी बुरा ही होता है।
भाई और बहन की कहानी :Interesting Kahani in hindi
एक बार की बात है। सुल्तानपुर नाम का एक जंगल हुआ करता था। उसे जंगल में वीरू नाम का एक कछुआ भी रहा करता था। एक दिन की बात है, कछुआ काफी उदास होकर एक पत्थर पर बैठा हुआ था। वहां से गुजरते हुए गज्जी हाथी की नजर उस कछुए पर पड़ी। उसने पूछा क्या बात है ? तुम चुपचाप यहां अकेले उदास क्यों बैठे हुए हो ?
गज्जी हाथी को देखकर कछुआ बोला कि ,अरे भाई क्या बताऊँ। बहुत दुखी हूं। कल से घर में हर समय मुझे मेरी मां डाँटती रहती है। आप तो मेरी छोटी बहन टीनू को जानते हैं ,वह हर समय मुझसे लड़ते रहती हैं। एक तो तो मेरा सामान ले लेती है ,उसके बाद मुझे मेरे ही समान के साथ मुझे खेलने भी नहीं देती।
अगर मैं ज्यादा देर तक टीवी देखूं तो वह जाकर मेरी मां को शिकायत कर देती है। मां भी मेरी बहन की ही बात मानती है। और टीवी बंद कर मुझे पढाई करने के लिए कहती है। आज की बात है ,मेरी बहन ने फिर से मेरा सामान ले लिया और मुझे आज गुस्सा आ गया तो मैंने उसे काफी जोर से एक थप्पड़ भी मार दिया। गज्जी हाथी ने कहा कि बस बस, मैं तुम्हारी सारी बात समझता हूं, पर यार तुमने अपनी बहन को थप्पड़ मारा इस वजह से तुम्हें अपनी मां से डांट – मार खानी पड़ी है।
हां तो तुम्हें मैं एक ही बात बता दू कि तुम अपनी बहन से बड़े और उससे काफी समझदार हो। तुम्हे अपनी छोटी बहन के साथ अच्छे से रहना चाहिए, उसे प्यार करना चाहिए। एक बात तो हमेशा याद रखना की हम अपने परिवार में अपने भाई-बहन से कितने भी लड़ -झगड़ लो। लेकिन जब भी मुश्किल समय आएगा तो सबसे पहले बचाने वालों में तुम्हारा परिवार और तुम्हारे भाई बहन ही आगे आ जाता है।
इधर कछुआ अपना मुंह फूलते हुए अपना घर पहुंचता है। रास्ते में सामने से एक लोमड़ी आती है और उस कछुए को पकड़ कर खाने के लिए उसके पीछे दौड़ती है, लेकिन कीनू कछुआ का ध्यान इस ओर नहीं जाता है। वह तो गुस्सा में भरा हुआ अपने घर जा रहा था, तभी कीनू कछुए की छोटी बहन वहां पहुंच जाती है और जोर-जोर से चिल्लाने लगती है कि भाई-भाई जल्दी वहां से भाग जाओ। देखो देखो तुम्ह लोमड़ी तुम्हारे पीछे से आ रही है ,तुमको तुम्हें पकड़ कर खाने के लिए।
अपनी छोटी बहन की आवाज कछुआ के कानों में पड़ा। सब सुनकर जल्दी-जल्दी भागने लगता है और फिर एक पेड़ के जड़ के अंदर जाकर छुप जाता है। बहुत देर वही उस पेड़ के जड़ के भीतर कछुआ छुपा हुआ ही रहता है। बहुत देर के बाद तथा काफी देर के बाद टीनू कछुआ वहां से बाहर आता है ,तब तक लोमड़ी वहां से जा चुकी होती है।
कछुआ वहां से निकलता है और सीधे अपने घर पहुंचता है। घर पहुंच कर वह अपनी छोटी बहन को अपने गले लगाता है और फिर उससे कहता है कि मुझे माफ कर दो। आज तुमने मेरी जान बचा ली। हाथी ने बिल्कुल यह बात सही कहा था कि मुसीबत के समय हमारे अपने परिवार के लोग ही हमें बर्बाद होने से बचाते हैं।
आज मैं तुमसे यह वादा करता हूं कि अपने कभी तुमसे नहीं लड़ाई नहीं करूँगा। आज से तुम्हें खूब प्यार करूंगा। अपने भाई की बात सुनकर उसकी छोटी बहन कहती है कि अच्छा तो फिर तुम्हारा जो सबसे प्यारा खिलौना है क्या मैं उसे ले लूं। उसके बाद दोनों भाई-बहन जोर-जोर से हंसने लगते हैं। इस तरह यह कहानी Interesting kahani in hindi for adults भी है।
शिक्षा:- हमें आपस में कभी भी लड़ाई नहीं करना चाहिए। हमें हमेशा अपने परिवार और भाई-बहनों के साथ में मिल जुलकर रहना चाहिए।
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