Bed Time Stories in hindi for kids| बच्चों की कहानी हिंदी में 2024

Bed Time Stories in hindi for kids जैसी दिल छू लेने वाली कहानी सभी आयु वर्ग के पाठकों को शिक्षित करने , उन्हें प्रेरणा देने और उनमें अच्छे-अच्छे संस्कार पैदा करने में यह काफी सहयोग भी करती हैं।

नींद वाली कहानियां भी एक महत्वपूर्ण कहानी संग्रह हैं , जो बच्चों की बेहतर परवरिश और उन्हें सपनों की निराली दुनिया में ले जाकर उनको संतुष्टि प्रदान करतीं हैं । ये   कहानियां रात के वक्त बच्चों को सुलाने के लिए सुनाई जाती हैं , जो उनके सपनों में जीवित होकर उनकों जीवन का जरुरी पाठ भी पढ़ाती हैं।

आजकल Bed Time Stories in hindi for kids जैसी कहानियां ऑनलाइन काफी संख्या में उपलब्ध भी हैं।

शेर और चूहा की कहानी : Bed Time Stories in hindi for kids:

बहुत समय पहले की एक मजेदार बात है। एक बड़े से घने जंगल में बहुत से जंगली जानवर रहा करते थे। उसी घने जंगल में एक शेर भी रहा करता था। शेर की ग़ुफ़ा के पास ही एक चूहा अपना घर बनाकर रह रहा था। धीरे-धीरे शेर और चूहा में गहरी दोस्ती हो गई। यह दोस्ती ठीक-ठाक से ही चल रही थी। एक दिन किसी बात को लेकर शेर और चूहा में कुछ अनबन और मनमुटाव हो गया। चूहे की किसी बात पर शेर को काफी गुस्सा आ गया था।

एक दिन जंगल का राजा शेर को हल्का बुखार आ गया। वह अपने घर में आराम कर रहा था। थोड़ी देर के बाद उसका मित्र चूहा वहां आया। चूहा , शेर के साथ शरीर पर चढ़- उतर कर रहा था। शेर की तबीयत उस दिन कुछ खराब थी। चूहे की शरारत शेर को अच्छा नहीं लग रहा था। वह उस चूहे पर गुस्सा हो रहा था ।

चूहा कभी शेर के माथे पर चढ़ जाता तो कभी उसके पीठ पर होता हुआ उसकी पूछ पकड़ कर खींचने लगता। शेर बार-बार चूहा को कहता कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है, वह यहां से चला जाए, पर फिर भी चूहा शेर के साथ शरारत लगातार करता रहा।

शुरू में तो शेर अपनी पुरानी दोस्ती के कारण चूहे को कुछ नहीं बोल पा रहा था , पर धीरे-धीरे शेर को काफी गुस्सा आने लगा। जब चूहे की हरकत काफी बढ़ गई तो शेर चूहे की तरफ देखकर जोर से दहाड़ने लगा। शेर ने चूहे को कहा कि मैं तुम्हें कह रहा हूं कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है, तुम मेरे साथ शरारत करना बंद कर दो , और मुझे आराम करने दो, पर चूहा कहां मानने वाला था, वह शेर को परेशान करने में लगा रहा।

अंत में गुस्सा होकर शेर ने चूहे को अपने पंजे से एक थप्पड़ जोर से मारा। चूहा कहीं दूर जाकर गिरा। चूहे को यह कतई उम्मीद नहीं थी कि शेर उसके साथ ऐसा क्रूर मजाक करेगा।

अब चूहा शेर से अपनी दोस्ती तोड़ने का फैसला कर चुका था। चूहे ने सोचा कि शेर अपने आप को बलवान और जंगल का राजा समझ रहा है अब उसकी और हमारी दोस्ती खत्म हो चुकी है।

एक दिन की बात है। अंधेरी रात में कुछ शिकारी जंगल में आकर शेर को पकड़ने के लिए शेर की गुफा के आस-पास मजबूत जाल लगा दिए थे। शेर को फंसाने के लिए जाल में एक बकरी भी बांध दी गई थी। अगले दिन सुबह में जंगल के राजा शेर की नींद खुलती है। वह एक राजा की तरह अपने गुफा से बाहर निकल कर इधर-उधर देखता है , और फिर जंगल में टहलने निकल पड़ता है।

जैसे ही शेर थोड़ा आगे बढ़ा तो उसे एक बकरी दिखाई पड़ी। बकरी को देखकर शेर काफी खुश हो गया। उसमें सोचा कि मेरी किस्मत कितनी अच्छी है कि सवेरे- सवेरे बकरी का मांस खाने को मुझे मिलेगा। वैसे भी बकरी का मांस शेर को काफी पसंद होता है। शेर दौड़कर बकरी के ऊपर झपट्टा मारा और बकरी खाने लगा।

Bed Time Stories in hindi for kids

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शेर बकरी को अपने जबड़े में उठाकर अपने गुफा की ओर ले जाने लगा तो देखा कि ‘अरे यह क्या हुआ?’ वह तो चल ही नहीं पा रहा है, फिर शेर को समझ में आ गया कि उससे भारी गलती हो गई है। वह शिकारी के द्वारा बिछाए गए जाल में बुरी तरह से फंस चुका है।

शेर अपनी ओर से पूरा प्रयास किया कि किसी तरह से उस जाल से बाहर निकले ,पर शिकारियों द्वारा बिछाया गया जाल काफी मजबूत था। शेर जितना भी प्रयास करता वह जाल में पहले से भी ज्यादा बुरी तरह से उलझता चला गया। थक -हारकर शेर वहीं बैठ गया। अब उसमें हिम्मत नहीं बची थी।

अभी शिकारी आसपास नहीं पहुंचा था। जंगल के राजा शेर को जाल में फंसा हुआ देखकर जंगल के सभी जानवर वहां इकट्ठे हो गए थे । सभी जानवर यह सोचने लगे कि शेर को इस जाल से कैसे बाहर निकाला जा सकता है। तभी किसी को चूहा का ध्यान आया। किसी जानवर ने कहा कि अगर चूहा चाहे तो यह जाल काट कर शेर को आजाद कर सकता है। फिर चूहे की खोज की जाने लगी ।

कहीं से खोजकर चूहा को बुलाकर लाया गया। चूहा जाल का मुआयना किया और कहा कि यह जाल काफी मजबूत है, इसको मैं नहीं काट पाऊंगा। चूहे ने यह भी कहा कि जंगल के सबसे शक्तिशाली जानवर शेर ही होता है। जब यह जाल शेर से नहीं टूट रहा है तो भला मैं कैसे इसे काट सकता हूं। मैं शेर से अधिक ताकतवर तो नहीं हुँ।

सभी जानवर मिलकर चूहे से काफी आरजू- मिन्नत करने लगे। सभी मिलकर चूहे को कहने लगे कि किसी भी तरह से जाल काट कर शेर को बचाओ। सभी जानवरों के द्वारा आग्रह करने पर चूहा जाल की एक-एक रस्सी को काटना शुरु कर दिया। आधे घंटे के बाद चूहे के द्वारा जाल काटकर शेर को शिकारी के जाल से बाहर निकाल लिया गया।

अब शेर जाल से बाहर आ चुका था। शेर ने अपना सर झुकाकर बड़ी विनम्रता से चूहे को धन्यवाद प्रकट किया। शेर ने चूहे से कहा कि ‘जंगल का सबसे शक्तिशाली जानवर मैं नहीं बल्कि तुम हो’ ‘आज तुमने जंगल के राजा की जान बचाई है। ‘

शेर जंगल के बाकी सभी जानवरों का भी धन्यवाद प्रकट किया और उन लोगों से कहा कि आज आप लोग के कारण हीं मेरी जान बच गई है। आज से मैं किसी भी जानवर को नहीं डराऊंगा और उसे परेशान भी नहीं करूंगा। शेर ने चूहे से भी कहा कि अब मैं तुम्हारे ऊपर कभी गुस्सा नहीं करूंगा। तुम्हें जो भी शैतानी मेरे साथ करनी है वह तुम कर सकते हो।

अब से शेर उस जंगल के जानवरों शिकार करना बंद कर दिया। अपनी भूख मिटाने के लिए शेर दूसरे जंगल में जाने लगा था और वहां जंगली जानवरों को मार कर खा लेता था , फिर वापस अपने साथियों के बीच आ जाता था।

इस प्रकार की कहानियां (बेड टाइम स्टोरीज इन हिन्दी फॉर किड्स) बच्चों के मानसिक विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

नवी वार्ता:- बच्चों के लिए छोटी कहानियाँ

नवी वार्ता: प्रेम कहानियां

शेर और गीदड़ के बच्चे की पंचतन्त्र कहानी:Bed Time Stories in hindi for kids

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बहुत पुरानी एक बात है। एक जंगल में शेर -शेरनी और उसके तीन बच्चे रहते थे। शेर जंगल में जाकर शिकार मार कर लाता था, जिससे उसके पूरे परिवार का भोजन होता था। एक दिन शिकार की तलाश में शेर जंगल में इधर-उधर भटक रहा था। बहुत भटकने के बाद भी शेर को आज कोई शिकार ही नहीं मिल रहा था।

शेर काफी उदास था और अपने घर वापस लौट रहा था। तभी रास्ते में उसे गीदड़ का एक छोटा बच्चा रोता हुआ मिला। शेर ने गीदड़ के बच्चे को पकड़ लिया। उस बच्चे की मासूमियत देखकर शेर उस बच्चे को नहीं खाया। गीदड़ के बच्चे को लेकर शेर अपने घर आ गया।

घर पहुंच कर शेर ने शेरनी को कहा कि आज काफी प्रयास करने के बाद भी मुझे कोई शिकार नहीं मिला और जब मैं लौट रहा था तो यह गीदड़ का बच्चा मिला है जिसे खाने का मेरा मन बिल्कुल नहीं किया मैं इसे अपने साथ से आया हूं। अगर तुम चाहो तो इसे मार कर खा सकती हो। गीदड़ का बच्चा बहुत -बहुत मासूम था।

उसे देखकर शेरनी को भी उस बच्चे पर दया आ गई। शेरनी ने अपने पति शेर को बोली कि जब आपने इस बच्चे को जीवन दान दे दिया है तो भला मैं इसे कैसे खा सकती हूं। ऐसा करती हूं कि अपने तीनों बच्चों के साथ इस गीदड़ के बच्चे को भी मैं पाल लेती हूं। आज से शेर- शेरनी मिलकर गीदड़ के बच्चे को भी अपने बच्चों की तरह लाड़ -प्यार करने लगे।

गीदड़ का बच्चा शेर के बच्चों के साथ खेलता रहता। भूख लगने पर वह शेरनी का दूध ही पिया करता। धीरे-धीरे गीदड़ का बच्चा बड़ा हो रहा था। एक दिन की बात है , शेर और शेरनी दोनों शिकार करने गए हुए थे। शेर के बच्चे और गीदड़ के बच्चे आपस में खेल रहे थे। तभी वहां एक हाथी पहुंच गया। हाथी को देखकर शेर के बच्चे गुर्राते हुए हाथी के तरफ जाने लगे।

तभी दौड़कर गीदड़ का बच्चा वहां आगे आ गया। और शेर के बच्चों से बोला कि हाथी बहुत बड़ा है। उससे दूर रहो नहीं तो वह हम सभी को मार देगा। गीदड़ का बच्चा हाथी के डर से वहां से दूर भाग गया। गीदड़ के बच्चे को भागते देखकर शेर के बच्चे का भी मनोबल टूट गया और वह भी गीदड़ के बच्चे के पीछे-पीछे दौड़कर वहां से भाग गए।

शेर और शेरनी शिकार के बाद अपने घर पहुंचे। शेर के बच्चों ने गीदड़ की शिकायत की। शेर के बच्चों ने कहा कि गीदड़ काफी डरपोक है। यह सुनकर गीदड़ के बच्चे को गुस्सा आ गया। वह शेरनी के पास जाकर बच्चों की शिकायत की और कहा कि मैं सभी में काफी बलवान हूं, और यह मेरा मजाक उड़ा रहे हैं।

अगर मुझे गुस्सा आ गया तो मैं सभी को जान से मार दूंगा। गीदड़ के बच्चे की ऐसी बातें सुनकर शेरनी को गुस्सा नहीं आया, बल्कि शेरनी को गीदड़ की बात पर हंसी आ गयी। उसने गीदड़ के बच्चे को अपने पास बुलाया और बड़े प्यार से बोला कि मैंने अपना दूध पिलाकर तुम्हें इतना बड़ा किया है, फिर भी तुम तो गीदड़ के बच्चे ही हो।

तुम कितने भी शक्तिशाली क्यों ना हो जाओ , परंतु तुम एक हाथी का कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे। गीदड़ का बच्चा अब थोड़ा बड़ा भी हो गया था। उसने अब सोचना शुरू कर दिया कि अब हमें अपने असली मां-बाप के पास जाकर रहना चाहिए। उसने यह बात शेर- शेरनी को बताया कि वह अपने असली मां बाप के पास जाना चाहता है।

शेर और शेरनी मिलकर उस गीदड़ के बच्चे के असली मां-बाप का पता लगाना शुरू कर दिया। काफी खोजबीन करने पर उसके असली मां-बाप का पता चल गया । फिर एक दिन शेर और शेरनी मिलकर गीदड़ के बच्चे को लेकर उसके असली मां-बाप के पास पहुंचे। गीदड़ के मां-बाप ने भी अपने बिछुड़े बच्चे को पहचान लिया।

अब गीदड़ का बच्चा अपने असली मां-बाप के साथ खुशी-खुशी रहने लगा। तो यही है Bed Time Stories in hindi for kids

Frequently Asked Question[Bed Time Stories in hindi for kids]

छोटे बच्चों को कहानी सुनाने का क्या महत्व है?

छोटे बच्चों को कहानियां सुनाकर उनमें भाषा का विकास कर सकतें हैं । इससे उनकी भाषा मजबूत होती है तथा वाक्य बनाना और वाक्य का मतलब समझने की उनकी क्षमता में विकास होता है। है। बच्चों को कहानियां सुनाने से उनमे दया, करुणा दोस्ती, एकजुटता और परस्पर सहयोग की भावना पैदा होता है। कहानी सुनकर उन्हें रातों में अच्छी नींद भी आती है।

बच्चों को कौन सी कहानी सुनाएं?

बहुत सारी अच्छी-अच्छी कहानियां हैं जिसे बच्चे सुनकर खुश हो सकतें हैं।
जैसे मूर्ख कौआ और चालाक लोमड़ी
यह कहानी एक कौवा और धूर्त लोमड़ी की कहानी है। जिसमे कौवा एक पेड़ पर बैठा था। एक लोमड़ी उसके नजदीक आई और उसने कौए की चोंच में रोटी का टुकड़ा देख लिया । लोमड़ी बड़ी धूर्त थी, उसने कौए को कहा, ‘ तुम्हारी आवाज बहुत अच्छी और मीठी है, तुम कोई गाना गाकर सुनाओ ।
कौआ अपनी वाहवाही सुनकर खुश हो गया और गाना गाने के लिए अपना मुंह खोला तो रोटी का टुकड़ा निचे गिर गया , जिसे लोमड़ी लेकर चली गयी। यह एक मजेदार स्टोरी इन हिंदी है।

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