दादा और पोते की कहानी | Achi Hindi Kahani

यह Achi Hindi Kahani में से एक special कहानी है , जो बहुत ही रोचक और एक काल्पनिक घटना पर आधारित प्रेरक कहानी है। छोटी सी यह हिन्दी कहानी कई आकर्षक पात्रों से भरपूर है। यह हिंदी की सबसे अच्छी कहानी में से एक है।

यह कहानी एक बेहतर संदेश के साथ -साथ कहानी में एक भावनात्मक परिस्थिति भी प्रस्तुत करती है। साथ ही यह सचमुच Achi Hindi Kahani है।

हमारी अन्य कहानी संग्रहों में भी काफी रोचक – रोचक कथा हैं , जो बच्चों की बेहतर परवरिश और उनको कल्पनाओं की दुनिया में ले जाकर उनके मन में रोमांच पैदा कर सकती हैं । ये  कहानी रात के वक्त बच्चों को एक स्वप्निल दुनिया में ले जाती हैं।

उन कहानियों का नायक बच्चों के सपनों में चमत्कारिक रूप से जीवित होकर जीवन का जरुरी पाठ भी पढ़ाती हैं। यह Achi Hindi Kahani बड़े लोग भी पढ़कर एन्जॉय कर सकतें हैं।

दादा और पोते की कहानी : Achi Hindi Kahani

एक बार की बात है। एक लड़का तनिष्क अपने मां-बाप के साथ छोटे से एक शहर में रहता था। बहुत दिनों के बाद वह अपने दादाजी के पास अपने गांव नियामतपुर आया हुआ था। वह हर समय अपने दादा जी के साथ ही खेलता रहता था। वह अपने दादाजी से कहता है कि ” जब वह बड़ा हो जाएगा तो एक कामयाब आदमी बनकर आपको दिखाऊँगां।”

उसने दादा जी को कहा कि ”क्या आप मुझे एक कामयाब व्यक्ति बनने का एक अच्छा तरीका बताएंगे।” अपने पोते की यह बात सुनकर उसके दादा उसको अपने साथ एक जगह चलने के लिए कहतें हैं और उसे साथ लेकर एक पौधे बेचने की दुकान वाले के पास आ जाते हैं। तनिष्क को दुकान पर छोटे-छोटे पौधे दिखते हैं। उसके दादाजी वहां से दो पौधे खरीद कर ले आते हैं। वे एक पौधे को घर के अंदर गमले में लगा देते हैं और दूसरे पौधे को घर से बाहर वाले जगह में मिट्टी में लगा देते हैं।

वह अपने पोते तनिष्क से पूछते हैं कि अच्छा यह बताओ कि आगे चलकर इन दोनों में कौन सा पौधा अच्छे से फूलेगा- फलेगा। पोते ने कहा कि दादाजी जो पौधा घर के अंदर है वह अच्छे से grow करेगा और जो पौधा घर से बाहर है वह अच्छे से grow नहीं करेगा। दादा जी ने इसका कारण पूछा तो उसके पोते ने कहा कि घर के अंदर का पौधा सुरक्षित रहेगा और घर से बाहर जो पौधा है वह धूप, वर्षा, आंधी, तूफान ,जानवर उस पौधे के लिए समस्या पैदा करते रहेगें । दादाजी ने कहा कि चलो ठीक है, भविष्य में देखते हैं कि दोनों में से कौन सा पौधा ज्यादा अच्छे से विकास करता है और कौन सा पौधा कम विकास करता है ।

फिर 4 सालों के बाद वह लड़का गर्मियों की छुट्टी में फिर से अपने गांव अपने दादाजी के पास जाता है। वह लड़का इस बार अपने दादा जी से पूछता है कि आपने पिछली बार हमें यह नहीं बताया था कि जीवन में कैसे सफलता पायी जा सकती है . इस बार आप हमें सफल होने के तरीके बताएं। उसके दादाजी ने उससे कहा की तुम्हे एक बात याद है।

पिछली बार जब तुम यहाँ आए थे तो हमने बाजार से दो पौधे लिए थे। उस पौधे में से एक घर के अंदर लगाए थे और एक घर से बाहर लगाए थे। अब तुम बताओ कि घर के अंदर का पौधा अच्छी तरह डेवलप किया होगा या घर के बाहर वाला पौधा अच्छे से विकास किया होगा। तनिष्क ने कहा की घर के अंदर का पौधा अच्छी तरह से विकास किया होगा ,क्योंकि वह हर तरह के प्रॉब्लम से पूरी तरह से सुरक्षित था। दादाजी ने कहा कि ठीक है ,चलो चलकर नजदीक देख लेते हैं।

दादाजी उसे लड़के को लेकर उस पौधे के नजदीक पहुंचते है जो घर में एक गमले में लगा हुआ था। वह पौधा पहले से काफी बड़ा हो चुका था अब दादा जी ने उस लड़के को घर के बाहर उसे स्थान पर ले आये जहां पौधे को घर के बाहर लगाया गया था। वह पौधा काफी विशाल और बड़ा हो गया था उ,सकी टहनियां मोटी -मोटी और मजबूत हो गई थी। वह पूरी तरह एक बड़ा और छायादार वृक्ष बन चुका था।

दादाजी ने कहा कि आप बताओ जो पेड़ घर से बाहर था वह अच्छी तरह डेवलप हुआ या घर के अंदर वाला पेड़। घर से बाहर लगा हुआ था वह तो काफी बड़ा और जबकि इस पर धूप ,वर्षा ,आंधी, तूफान ,जानवर सभी प्रकार की समस्या आई होगी , फिर भी या इतना बड़ा और इतना मजबूत कैसे हो गया ?

अब दादा जी ने अपने पोते को समझाया की जीवन में सफल होने के लिए हर तरह की स्थिति और हर तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जितने प्रकार की समस्याओं का सामना करेंगे हम उतने ही बुद्धिमणि और मजबूती से संसार में खड़े रहेंगे और अपना सभी तरह का विकास कर पाएंगे। अगर हम सुतरह – तरह की सुविधाओं के बीच जीना चाहेंगे तो हम उतना विकास नहीं कर पाएंगे जितना विकास समस्याओं और विपरीत परिस्थितियों से खेलते हुए कर सकते हैं।

इस प्रकार मनुष्य को समस्याओं के आने पर कभी भी घबराना नहीं चाहिए। किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। जीवन में समस्याएं हमें अंदर से मजबूती प्रदान करती है, ठीक उसी तरह जिस तरह घर के बाहर लगा हुआ यह पेड़ अनेक प्रकार की समस्या का सामना कर एक विशाल पेड़ बन चुका है। अब पोते को सारी बात समझ में पूरी तरह से आ गयी थी कि आपके जिंदगी में बिना संघर्ष के सफलता मिलना काफी असंभव है।

Hello, our readers, we have provided you the best stories in Hindi for kids ( Achi Hindi Kahani ) in with morals and along with pictures also .

We are coming with much and more unique and moral stories to you.I just hope , you liked our collection of Achi hindi Kahani story as these are the Achi Hindi Kahani.

आप इन्हें भी पढ़ सकतें हैं। ……

जादुई टोकरी की कहानी

मेहनती हिरण : संकट में संघर्ष की कहानी

जादुई अखरोट की कहानी

बोध कथा

मीरा की रेलगाड़ी

छोटी सी दुःखद कहानी

भूतों की कहानी

राजकुमारी और परी

रहस्मयी महल की कहानी

छोटे शेर की मूर्खता

share to help

Leave a Comment